प्राइमरी व सेकण्डरी मार्केट क्या है? (प्राथमिक व द्वितीयक बाजार)

May 15, 2021
Stock exchangeStock exchange

बाजार एक ऐसी जगह होती है जन्हा डिमाण्ड और सप्लाइ के नियम पर काम होता है किसी वस्तु की डिमाण्ड बडने पर उस वस्तु की सप्लाइ भी बडती है और इस प्रकार यह चेन चलती है। इस प्रक्रिया मे सामान्यतः व्यक्ति आपस मे मिलकर वस्तुओ का लेन देन करते है। ठिक उसी प्रकार शेयर मार्केट मे शिक्योरिटी, शेयर ,बाड व डिबेन्चर का लेन देन होता है इनके लेन देन के लिये शेयर मार्केट मे प्राइमरी व सेकण्डरी मार्केट होते है।

प्राइमरी मार्केट (प्राथमिक बाजार)

जब किसी कम्पनी को आर्थीक रुप से पैसो की आवश्यकता होती है तो वह निवेशको से पैसे लेने के लिये अपने आई पी ओ जारी करती है जिसमे वह निवेशको को कम्पनी मे कुछ हिस्सेदारी प्रदान करती है । कम्पनी इनीशियल पब्लिक आफर (IPO) का लेन देन करती है उसे प्रथमिक बाजार (Primary Market) कहा जाता है या यु कहे कि प्राइमरी मार्केट वह स्थान है जन्हा कम्पनी प्रतिभूतियों को अस्तीत्व मे लाती है।

Primary and Secondary market

सेकण्डरी मार्केट (Secondary market)

सेकण्डरी मार्केट प्राथमिक बाजार के विपरित विभीन्न कम्पनीयो के पूर्व से लिस्टेड शेयर का लेन देन करती है। यह लेनदेन संस्थगत तथा रिटेल निवेशक के बिच होता है। यह लेन देन स्टाक एक्सचेज पर होता है, भारत मे दो स्टाक एक्सचेज है पहला है एन एस सी (National Stock Exchange) व दुसरा है बी एस ई (Bombay Stock Exchange)

कई बार कम्पनी सेकण्डरी मार्केट से सिधे रिटेल निवेशको से शेयर खरिद लेती है जिसे रिकाल कहा जाता है। सेकण्डरी मार्केट मे कुछ महत्वपूर्ण घटक होते हे जो इस प्रकार है-

स्टाक एक्सचेंज (Stock Exchange) क्या है?

Stock exchange

स्टाक एक्सचेंज ब्रोकर व बाजार विशेषज्ञों का एसोशिएशन है। रिटेल निवेशक या आम जनता वित्तीय संस्थाओ द्वारा शेयर की ट्रेडिग (खरीदना बेचना) किया जाता है। यह सिक्युरिटी एण्ड काण्ट्रेक्ट (रेग्यूलेशन) ऐक्ट 1956 के अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। इसकी स्थापना नियमित शेयर के संचालन के लिये की गई थी । ताकि शेयर का लेन देन नियमित रुप से बगेर धोखाधडी (Fraud) के हो सके। इसके अन्तर्गत दो एक्सचेंज को मान्यता है पहला है एन एस सी (National Stock Exchange) व दुसरा है बी एस ई (Bombay Stock Exchange)

बी एस ई (Bombay Stock Exchange)-

यह एशिया का सबसे पुराना स्टाक एक्सचेंज है । इसकी स्थापना 1975 मे हूई थी इसे नेटिव शेयर व स्टाक ब्रोकर एसोशिएशन के नाम से जाना जाता था। 1995 मे बी.एस.ई की आनलाइन ट्रेडिंग शुरु हुई। यह विभिन्न सेवाए प्रदान करता है जैसे मार्केट डेटा सर्वीस , रिस्क मेनेजमेन्ट ,  सीडीएसएल , डिपाजिटरी सर्विसेज आदि। वर्ष 2020-21 में इसका कुल मार्केअ केपिटल 20430814.54बत था।

एन एस सी (National Stock Exchange) –

इसकी शुरुआत 1992 मे हुई और इसके आने के बाद से ही कम्पुटरिकृत ट्रेडिंग शुरु हुई यह  सिक्युरिटी एण्ड काण्ट्रेक्ट (रेग्यूलेशन) ऐक्ट 1956 के अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। (National Stock Exchange) दसवां सबसे बडा स्टाक एक्सचेंज है। इसके वर्तमान सी ई ओ व डायरेक्टर श्री विक्रम लिमाये है।

ब्रोकर (Broker)-

ब्रोकर या दलाल स्टाक एक्सचेंज के लाइसेस प्राप्त फर्म होते है जो कि अपने ग्राहको के लिये उसकी सहमती से शेयर खरिदते है और बेचते है, ब्रोकर अपने ग्राहको के शेयर पर निगरानी भी रखते है साथ ही ये ग्राहको को सलाह देते है और पोर्टफोलियो मेनेज करते है जिसके लिये ये अपना कमिशन चार्ज करते है। ब्रोकर अपने ग्राहको को मार्जीन पर शेयर खरिदने की सूविधा देते है।

सक्रिय बाजार(Active market) –

जब सेकण्डरी मार्केट मे शेयरो का लेन देन अत्यधिक मात्रा मे होता है तो इसे बाजार की सक्रियता कहते है। ऐसा अधिकतर संस्थागत लेन देन होने के कारण होता है यह बाजार पर काफी ज्यादा प्रभाव डालता है।

सक्रिय शेयर (Active Share)-

ऐसे शेयर जिनका लेन देन निरंतर होता है और जो आर्थिक व राजनितिक घटनाओ के प्रति संवेदनशिल होते है उन्हे सक्रिय शेयर कहा जाता है। प्रमुख बडी कम्पनीयो के शेयर इस श्रेणी मे आते है । इसके विपरित जिन कम्पनीयो के शेयर कभी कभार खरिदे व बेचे जाते है उन्हे निष्क्रीय शेयर कहते है निषक्रीय शेयर के लिये खरीदार मुश्किल से मिलते है।

नर्वस मार्केट-

कभी – कभी शेयर बाजर राजनिति प्रभाव के चलते या शासन की किसी निती के चलते मंदी के दोर मे चला जाता है तो इसे नर्वस मार्केट कहते है। इसके चलते मार्केट मे शेयरो की किमत मे कमी आ जाती है और खरिदार रुची नही दिखाते है जिससे की देश की इकोनामी पर भी प्रभाव पडता है। यह स्थिति सामान्यत कुछ वर्ष मे आती रहती है।

यह भी पढे- शेयर मार्केट में निवेश का सही तरीका (Right way to invest in stock market)

पेनी (Penny) स्टॉक क्या है? कैसे चुने अच्छे पेनी स्टॉक