जिस प्रकार शेयर मार्केट का क्रेज बढ़ता जा रहा है। उसी के साथ में उसके निवेशक भी बढ़ते जा रहे हैं। सभी निवेशक ऐसे शेयर में निवेश करना चाहते हैं जोकी उन्हें एक अच्छा रिटर्न प्रदान करें वो जिसमें रिस्क भी कम हो। क्योंकि सामान्यतः शेयर बाजार में रिस्क अधिक होता है और रिटर्न कम इसी के चलते शेयर बाजार में ब्लू चिप (blue chip) शेयर की अवधारणा सामने आई।
Blue chip स्टॉक क्या है (What is blue chip stock)
ब्लू चिप स्टॉक्स वे stock होते हैं जोकि कम Volatile होते है और अच्छे रिटर्न देते हैं। इन स्टॉक वाली कंपनियां अपने क्षेत्र की टॉप कंपनियां होती है। जोकि काफी ज्यादा समय से इस्टैबलिश्ड (established) होती है। इनका मार्केट केपीटलाइजेशन (capitalization) काफी ज्यादा होता है, जैसे कि रिलायंस इंडस्ट्री, टाटा ग्रुप, L&T इसके उदाहरण हैं।
इनका नाम ब्लूचिप क्यों रखा?
इसके पीछे एक काफी रोचक कहानी है जोकि 1920 के दशक में शुरू हुई, अमेरिका में पोकर खेल काफी ज्यादा प्रचलित हुआ करता था जिसमें की चिप (chip) का इस्तेमाल होता था। इसमें अलग-अलग प्रकार के चिप (chip) होते थे। जिस में ब्लू चिप (Blue chip) की कीमत सबसे अधिक होती थी। Oliver Gingold जोकी की एक न्यूज पेपर में काम करते थे, उन्होंने सबसे पहले अमेरिका की बड़ी कंपनियों के शेयर के लिए इस शब्द का प्रयोग किया था। उसके बाद से आज तक ब्लू चिप (Blue chip) स्टॉक्स शब्द काफी ज्यादा प्रचलित है
Blue Chip Stocks इतने महत्वपूर्ण क्यों है?
इस तरह के स्टॉक काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं। क्योंकि इन Stock में निवेशक काफी ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं, उसका कारण यह है-
- इस तरह के स्टॉक में आपको एक Stable रिटर्न मिलता है, क्योंकि कम्पनी की मार्केट केप हाई होने की वजह से उसके शेयर की वोलैटिलिटी कम होती है|
- चुकी यह सेक्टर लीडर भी होती है तो जब भी सेक्टर में ग्रोथ होती है इन कम्पनियों में सबसे ज्यादा ग्रोथ देखने को मिलती है|
- Stable रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE), हाई प्राइस टू अर्निंग (PE) इत्यादि भी साधारण Companies की तुलना में अच्छा होता है|
- मार्केट में ब्लू चिप (blue chip) स्टॉक्स के बहुत अधिक शेयरधारी होने के कारण इनके शेयर में अधिक लिक्विडिटी होती है, जिससे आसानी से Buyer और Seller मिल जाते हैं|
क्या ब्लू चिप स्टॉक में नुकसान हो सकता है
ब्लू चिप (Blue chip) स्टॉक में निवेश करने के पूर्व आपको यह भी जान लेना जरूरी है की ब्लू चिप (Blue chip) स्टॉक में किया गया निवेश भी नुकसान दे सकता है।क्योंकि सभी कंपनियां लगातार ब्लूचिप कंपनियां नहीं रहती। जैसे कि टेलीकॉम सेक्टर में Jio के आने के बाद एयरटेल को ब्लू चिप (Blue chip) से हटा दिया गया था जिससे कि उसके निवेशकों को नुकसान हुआ था।
ब्लू चिप स्टॉक कैसे पहचाने
ब्लू चिप (Blue chip) स्टाक को पहचानने के लिए कुछ मापदंड हैं। जिसे की देख कर आप पता कर सकते हैं कि कौन सी कंपनी के स्टॉक ब्लू चिप (Blue chip) स्टॉक्स हैं, वैसे तो कोई सीधा सीधा फार्मूला नहीं है परंतु कुछ पॉइंट से हम समझते हैं।
- कंपनी अपने सेक्टर की टॉप कंपनी होना चाहिए जोकि पिछले 20 सालों से टॉप में हो
- इन कंपनियों का मार्केट के एक लाख करोड़ से ज्यादा होना चाहिए
- इन स्टॉक्स का PE रेशों प्राइस अर्निंग रेशों 15 से अधिक होना चाहिए
- इन कंपनियों का रिवेन्यू हर साल बढ़ता हुआ होना चाहिए
- इन कंपनियों का नेट प्रॉफिट भी हर वर्ष बढ़ता हुआ होना चाहिए
कुछ ब्लू चिप स्टाक कम्पनीया
- टीसीएस
- एचडीएफसी बैंक
- इंफोसिस
- आईटीसी
- कॉल इंडिया
- हिंदुस्तान युनिलीवर
- विप्रो
- एक्सिस बैंक
- लार्सन एंड टर्बो
- मारुति सुजुकी इंडिया
- एचसीएल टेक्नोलॉजी
- महिंद्रा एंड महिंद्रा
- एशियन पेंट
- भारत पैट्रोलियम
- बजाज ऑटो
ब्लू चिप स्टॉक में निवेश करना कितना फायदेमंद
ब्लू चिप (blue chip) स्टॉक में निवेश करना 100% रिटर्न देगा यह बात सही नहीं है। यह समझना होगा कि जो ब्लूचिप स्टॉक होते हैं वह मार्केट के दिग्गज स्टॉक होते हैं। जिसमें बहुत कम उतार चढ़ाव होते हैं परंतु यदि आप इनमें लंबे समय के लिए निवेश करते हैं तो यह आपको काफी अच्छा रिटर्न दे सकते हैं। इन स्टॉक्स में रिस्क (risk) ना के बराबर होता है। यदि आप इन स्टॉक में इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday trading) करते हैं तो आपको फायदा होगा या नहीं इसकी कोई गारंटी नहीं है। परंतु आपके तकनीकी विश्लेषण, फंडामेंटल विश्लेषण आदि आपको लाभ दिला सकते हैं।
क्या पेनी स्टॉक ब्लू चिप स्टॉक्स होते हैं
यहां पर यह समझना होगा कि ब्लू चिप (Blue chip) स्टॉक मार्केट के दिग्गज कंपनियां होती हैं। परंतु पेनी स्टॉक के साथ में ऐसा नहीं है। पेनी स्टॉक वे स्टॉक होते हैं जिनका की फंडामेंटल काफी मजबूत होता है और यह ग्रोथ सेक्टर के स्टॉक हो सकते हैं । जिनका की रेट बहुत कम होता है ऐसे स्टॉक को पेनी स्टॉक (penny stock) कहते हैं। पेनी स्टॉक और ब्लू चिप (Blue chip) स्टॉक्स दो अलग-अलग धारणाएं हैं, निवेशक इसे एक साथ जोड़ कर ना देखें । पेनी स्टॉक में काफी ज्यादा जोखिम के साथ में मुनाफा तगड़ा होता है। परंतु blue chips stock में रिस्क कम होता है।
निष्कर्ष
शेयर मार्केट में ब्लू चिप (Blue chip) स्टॉक निवेशकों की पहली पसंद है। जिसके बारे में हमने जाना और यह हमेशा रहेगी। ब्लू चिप स्टॉक में ट्रेडर्स को ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए क्योंकि इन स्टॉक की वोलेटाइल रेट कम होते हैं।
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