सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल क्या है?

Jun 9, 2021
सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल Support and resistance levelsसपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल Support and resistance levels

सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल क्या है?– शेयर मार्केट में सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल (Support and Resistance) दो ऐसे level होते हैं जो सर्वाधिक खरीदी और बिक्री को इंगित करते हैं। क्योंकि यह लेवल एक ढाल के समान कार्य करते हैं और शेयर की प्राइस को ऊपर या नीचे जाने से रोकते हैं। सपोर्ट लेवल पर सबसे अधिक खरीदारी होती है वही रेजिस्टेंस लेवल पर सबसे ज्यादा बिकवाली होती है। सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल से ही एंट्री और एग्जिट (entry and exit) का सही अंदाजा लगाया जाता है।

सपोर्ट लेवल (Support level)

सपोर्ट लेवल (Support level) शेयर का वह लेवल होता है जिससे कि अब प्राइस नीचे नहीं जाएगा। यह प्राइस को सहारा (Support) देने का काम करता है , जिससे कि शेयर का प्राइस ऊपर की तरफ जाता है। सपोर्ट लेवल वह पॉइंट होता है जहां पर शेयर की मांग (demand) अधिक होने की उम्मीद होती हैं।सपोर्ट लेवल हमेशा मौजूदा बाजार कीमत से नीचे होता है। सपोर्ट लेवल को बाइंग ट्रिगर (buying trigger) माना जाता है। क्योंकि यह शेयर की कीमत को अब और अधिक नहीं गिरने देगा।

रेजिस्टेंस लेवल (resistance level)

इसका हिंदी अनुवाद रुकावट या रोकना होता है, अर्थात रेजिस्टेंस लेवल (resistance level) शेयर की कीमत को ऊपर जाने से रोकता है, और बेचने का संकेत देता है। रजिस्टेंस लेवल (resistance level) पर शेयर की डिमांड (demand) कम हो जाती है जिसके चलते यहां से निवेशक बिकवाली (selling) करना शुरू कर देते हैं।

सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल क्या है?
सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल

आभासी सपोर्ट और रेजिस्टेंस

कभी-कभी कैंडलस्टिक आभासी सपोर्ट और रजिस्टेंस दिखाते हैं, जिन्हें की पहचान पाना मुश्किल है। यह बिल्कुल वास्तविक सपोर्ट और रजिस्टेंस के जैसे दिखाई देते हैं, परंतु यह होते नहीं हैं यह बिल्कुल कुछ समय के लिए बनते हैं। जोकि मुख्य सपोर्ट और रजिस्टेंस नहीं होते हैं। जब कीमतों में अचानक से pullback आता है तो इस प्रकार यह बनते हैं।

मुख्य सपोर्ट और रजिस्टेंस

मुख्य सपोर्ट और रजिस्टेंस, मुख्यतः ट्रेंड रिवर्सल (reversal) बनाते हैं और यह लंबे समय तक चलते हैं। जब कीमतें हाई (high) लेवल बना रही होती हैं और अब ट्रेंड में होती है तो वह अपने सपोर्ट लेवल से ऊपर जाती हैं। और जब हाई लेवल से लो लेवल पर कीमत जाती हैं, तो वह अपने रेजिस्टेंस (resistance) लेवल को छूकर वापस आती है। इस प्रकार हाई (high) लेवल और लो लेवल के मध्य मुख्य सपोर्टर रजिस्टेंस (resistance) होता है। जबकि आभासी सपोर्ट और रजिस्टेंस ज्यादा समय के लिए नहीं होता यह केवल चार्ट पर आभासी रूप से दिखाई देता है।

सपोर्ट और रजिस्टेंस लाइन को बनाना

सपोर्ट और रजिस्टेंस लाइन को बनाना काफी आसान है। केवल एक बार हमें सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल का पता होना चाहिए उसके बाद लाइन को हम आसानी से ड्रॉ कर सकते हैं। यहां पर हम चार ऐसे बिंदु बताएंगे जिससे आप आसानी से सपोर्ट रेजिस्टेंस को समझ सकेंगे और लाइन को ड्रॉ कर सकेंगे।

  1. डाटा को लोड करना (Loading Data)- यदि आप शॉर्ट टर्म (short term) चाल लेना चाहते हैं, तो आपको शॉर्ट टर्म सपोर्ट और रजिस्टेंस का पता करना होगा और कम से कम 3 महीने के डाटा को लोड करना होगा, और यदि आप लॉन्गटर्म चाल लेना चाहते हैं, तो आपको एक से डेढ़ साल का डाटा लेना होगा इस प्रकार आप चार्ट पर 3 महीने या अधिक का डाटा लोड करें।
  2. कीमत के एक्शन (price action) वाले 3 zone  को पहचाने प्राइस एक्शन जोन को चार्ट पर पहचाना आवश्यक है। इसे स्टिकी प्वाइंट (sticky point) कहा जाता है। यह इस प्रकार है 1- कुछ तेजी के बाद और ऊपर जाने में अटकना, 2-कुछ गिरावट के बाद और गिरने में अटकना 3-किसी एक कीमत पर तेजी से दिशा बदलना।
  3. प्राइस एक्शन(price action) zone को सीधी लाइन से मिलाना- जब आप लॉन्ग टर्म चार्ट देखते हैं तो इसमें कई सारे प्राइस एक्शन (price action) पॉइंट दिखाई देते हैं। इसमें केवल आपको तीन पॉइंट देखना होंगे, जो एक जैसे प्राइस एक्शन बिंदु है उसके बाद इन तीनों बिंदुओं को आपको मिलाना होगा।
  4. होरिजेंटल लाइन को खींचे-   तीनों प्राइस zone को एक होरिजेंटल लाइन (horizontal line) से कनेक्ट करें, जोकि बाजार की वर्तमान कीमत के संबंध में एक सपोर्ट या रेजिस्टेंस लेवल हो सकता है।
सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल Support and resistance levels
सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल Support and resistance levels

सपोर्ट और रेजिस्टेंस की विश्वसनीयता

सामान्यत सभी निवेशक सपोर्ट और रजिस्टेंस को काफी विश्वसनीय तरीके से देखते हैं, क्योंकि सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल इतनी आसानी से नहीं टूटते हैं और ट्रेंड को बदलते हैं। परंतु फिर भी हमें पूरी तरह इस पर निर्भर नहीं होना चाहिए क्योंकि यह केवल कीमत के पलटने की संभावना का संकेत है। इसको अन्य तकनीकी विश्लेषण के साथ में जोड़ कर देखना आवश्यक है जिससे कि इसकी विश्वसनीयता और बढ़ जाए।

निष्कर्ष

सपोर्ट रेजिस्टेंस (support resistance) एंट्री और एग्जिट प्वाइंट के बेहतर सिग्नल है, जिससे कि निवेशक सपोर्ट लेवल पर एंट्री ले सकता है और रेजिस्टेंस लेवल पर एग्जिट कर सकता है ।आभासी सपोर्ट और रजिस्टेंस (Support and registration) को नजरअंदाज करना चाहिए, ताकि नुकसान से बचा जा सके। सपोर्ट और रजिस्टेंस के साथ में कैंडलस्टिक पैटर्न को भी ध्यान से देखना जरूरी है, जोकि कई सारे सिग्नल देता है।

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