शेयर बाजार में पहले की तुलना आज निवेश करना काफी आसान है यह आप अपने घर बैठे मोबाइल या कंप्यूटर के द्वारा कर सकते हैं। शेयर बाजार में निवेश करने के लिए पहले आपको कुछ जरूरी काम करने होंगे। उसके बाद आप आसानी से कुछ क्लिक पर शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं।
शेयर बाजार में निवेश करने के पहले आपको शेयर बाजार की थोड़ी समझ होना आवश्यक है। जिससे कि शेयर बाजार में आसानी से निवेश कर सकेंगे और वहां से पैसा कमा सकेंगे। शेयर मार्केट में निवेश करने से पूर्व आपको एक डीमैट अकाउंट (Demat account) चाहिए होगा जो कि आप एक ब्रोकर के माध्यम से ऑनलाइन घर बैठे खुलवा सकते हैं।
क्या है जरूरी दस्तावेज? (Required doc)
डिमैट अकाउंट (Demat account) खोलने के लिए कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज चाहिए होंगे जिनकी सहायता से हम डिमैट खाता (Demat account) खोल सकते हैं। और शेयर बाजार में शेयर की खरीदी बिक्री कर सकते हैं ।आइए जानते हैं कौन से दस्तावेज जरूरी है।
पैन कार्ड (PAN Card)
पैन कार्ड एक बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज है। PAN Card का फुल फॉर्म परमानेंट अकाउंट नंबर होता है। जोकि भारत सरकार के आयकर विभाग (Earnings tax division) द्वारा जारी किया जाता है। जिसमें की एक नंबर होता है, जिससे कि परमानेंट अकाउंट नंबर कहा जाता है।
इसकी सहायता से भारत सरकार हमारे सभी लेनदेन और वित्तीय गतिविधियों पर नजर रखती है। यदि आपके पास पैन कार्ड नहीं है तो आप इसे तुरंत भारत सरकार की एनएसडीएल (NSDL) की वेबसाइट से जाकर कुछ फीस देकर बनवा सकते हैं।
केवाईसी (KYC)डॉक्यूमेंट
केवाईसी डॉक्यूमेंट (KYC doc) वे डॉक्यूमेंट होते हैं। जिनकी सहायता से आपका पता,आपका नाम, जन्म तारीख आदी का पता लगता है। जोकि किसी अधिकृत सरकारी उपक्रम द्वारा जारी किया जाता है। इसमें मुख्यता आपका आधार कार्ड, राशन कार्ड, वोटर कार्ड, बैंक पासबुक, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस (Aadhar Card, Ration Card, Voter Card, Financial institution Passbook, Passport, Driving License) आदि हो सकते हैं।
ऑनलाइन पेमेंट सुविधा
ऑनलाइन भुगतान सुविधा आपके पास होना चाहिए जिससे कि आप अपने डीमेट अकाउंट (Demat account) में तुरंत पैसा जमा कर सकें। जो कि शेयर खरीदने के लिए काफी ज्यादा जरूरी है। ऑनलाइन पेमेंट (on-line cost) करने के लिए आपके पास इंटरनेट बैंकिंग(Web banking), फोन बैंकिंग या अन्य यूपीआई (UPI) पेमेंट सुविधा उपलब्ध होना चाहिए।
यदि आपके पास यह सुविधा नहीं है तो आपको अपने ब्रोकर को चेक से पहले भुगतान करना होगा। उसके बाद आप शेयर खरीद सकेंगे। चेक से भुगतान की प्रक्रिया कुछ समय लेती है। जिससे कि आपको तुरंत शेयर खरीदने का मौका नहीं मिल पाता।
स्टॉक ब्रोकर
स्टॉक ब्रोकर(inventory dealer) वह फर्म होते हैं जो सरकार से मान्यता प्राप्त होते हैं। जोकि शेयर का लेखा जोखा रखते हैं। और अपने ग्राहकों के शेयर खरीदने बेचने से लेकर उनका संपूर्ण शेयर मार्केट का लेखा-जोखा रखते हैं। शेयर ब्रोकर आपको काफी सावधानी से चुनना चाहिए क्योंकि सभी अलग-अलग शेयर ब्रोकर्स के चार्ज अलग-अलग होते हैं। शेयर बाजार मैं शेयर मार्केट में कई सारे ब्रोकर लिस्टेड हैं जैसे कि शेरखान, एंजल ब्रोकिंग, up inventory, जीरोधा ,5paisa आदि।
कितने पैसों से कर सकते हैं निवेश?
शेयर मार्केट में मिनिमम निवेश धनराशि (cash) से जुड़े कई सारे सवाल निवेशकों के मन में होते हैं। जो कि काफी ज्यादा कन्फ्यूजन (Confusion) पैदा करते हैं। परंतु किसी भी निवेशक को कंफ्यूज होने की जरूरत नहीं है। यहां पर आप मिनिमम (Minimal) ₹100 से लेकर भी निवेश कर सकते हैं।
इससे कम भी परंतु आपको यह जानना आवश्यक है, की आप जिस स्टॉक ब्रोकर के पास अपना डीमेट खाता खुलवा रहे हैं वह कितना कमीशन चार्ज (fee cost) करता है। उसके अनुसार आप अपने अकाउंट में पैसे जमा कर सकते हैं। यहां पर कोई भी ब्रोकर मिनिमम चार्ज नहीं रखता है।
यह केवल किसी एक शेयर को खरीदने इतना पैसा होना चाहिए जिससे कि वह शेयर खरीद कर आपके डीमैट खाते में जमा हो जाए और उस शेयर की प्राइस के अनुसार राशि और कमीशन कट जाए।
निवेश करने के लिए दो महत्वपूर्ण तरीके
- पहला इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday buying and selling)
- दूसरा डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग (supply primarily based buying and selling)
इंट्राडे ट्रेडिंग
इंट्राडे ट्रेडिंग(intraday buying and selling) में निवेशक शेयर बाजार की उतार चढ़ाव और फ्लकचुएशन (Fluctuation) को देखकर दिन का दिन में पैसा कमाना चाहते हैं। जिसे की इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday buying and selling) कहते हैं। इसमें आपको सौदा दिन के दिन में ही या बाजार बंद होने तक समाप्त करना होता है।
यदि आप शेयर खरीद रहे हैं तो वह शेयर आपको बाजार बंद होने तक वापस बेचना होता है। और आपको बीच का जो लाभ होता है वह मिल जाता है। यदि इसमें आपको हानि होती है तो जितनी हानि हुई है उतने पैसे ब्रोकर को देना होगा।
डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग
इस प्रकार की ट्रेडिंग वे लोग करते हैं , जो लंबे समय के लिए निवेश करते हैं। डिलीवरी ट्रेडिंग (supply buying and selling) में निवेशक शेयर खरीदता है और वह अपने डिमैट अकाउंट (demat account) में उन्हें रखता है। जब उन शेयर का भाव ज्यादा बढ़ जाता है।
तब निवेशक इन्हें बेच कर लाभ कमा लेता है। इस प्रकार के ट्रेडिंग में T+2 डे में शेयर आपके डीमैट खाते (demat account) में जमा हो जाते हैं।
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