फिबोनाची गणित की एक श्रंखला (series) है जिसे की इटली शहर के एक गणितज्ञ ने खोजा था जिसका नाम लियोनार्डो पिसानो बगोलो था इनके दोस्त इन्हें फिबोनाची बुलाते थे। फिबोनाची श्रृंखला (Fibonacci series) शून्य से शुरू होने वाली संख्याओं का एक क्रम है, जो इस तरह से व्यवस्थित हैं कि श्रृंखला (Chain) में किसी भी संख्या का मूल्य पिछले दो संख्याओं का जोड़ है।
फिबोनाची श्रृंखला निम्नानुसार है:
0, 1, 1, 2, 3, 5, 8, 13, 21, 34, 55, 89, 144, 233, 377, 610…
निम्नलिखित पर ध्यान दें:
233 = 144 + 89
144 = 89 + 55
89 = 55 +34
मतलब पिछली दो संख्याओं के जोड़ से अगली संख्या बनती है और ये ऐसे ही श्रृंखला अनंत तक चलती है। श्रृंखला में किसी भी संख्या को पिछले संख्या से विभाजित करें तो अनुपात हमेशा लगभग 1.618 होगा।
उदाहरण के लिए:
610/377 = 1.618
377/233 = 1.618
233/144 = 1.618 1.618 के अनुपात को गोल्डन अनुपात (Golden Ratio) भी कहा जाता है, इसे फाई (Phi) भी कहा जाता है।
गोल्डन अनुपात हमारी प्रकृति मे भी है आप मानव चेहरे, फूलों की पंखुड़ियों, जानवरों के शरीर, फल, सब्जियां से लेकर पत्थरों और अंतरिक्ष में भी देख सकते हैं। गोल्डन अनुपात (Golden Ratio) के अलावा फिबोनाची श्रृंखला का एक और गुण है, जब इस श्रृंखला की कोई संख्या, श्रृंखला में अपने तुरंत बाद आने वाली संख्या से विभाजित होती है, तो ये अनुपात भी स्थिर ही रहता है।
उदाहरण के लिए:
89/144 = 0.618
144/233 = 0.618
377/610 = 0.618
यहाँ पर, ध्यान रखें कि 0.618, जब प्रतिशत में व्यक्त किया जाता है 61.8% है।
शेयर बाजार में उपयोगिता
शेयर मार्केट में Fibonacci का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है Fibonacci Retracement से निवेशक कई सारे अनुमान लगाते हैं। और इसकी सहायता से शेयर मार्केट मे निवेश करते है । जब भी स्टॉक तेजी से ऊपर या नीचे की ओर बढ़ता है, तो आमतौर पर यह अपनी अगली चाल से पहले एक स्तर तक वापस लौटता है। जिस प्रकार एक रबर की गेंद सिढियो पर जब निचे आती है, तो वह सिधे निचे नही आती बल्की वह एक सीढी (stile) से दुसरी सीढी पर आने के लिये फिर से उपर जाती है ओर निचे आती है। इसी प्रकार शेयर बाजार मे भी कोई शेयर एक साथ उपर या निचे नही जाता वह अपने पुराने लेवल तक वापस लोटता है ओर फिर वह उपर जाता है।
Fibonacci (फिबोनाची) केसे बनाये
Fibonacci Chart बनाने के लिये हमे सबसे पहले जिस भी ट्रेंड का पता लगाना होता है, सबसे पहले उसका हाई और लो निकालना होगा। उसके बाद हम हमारे टर्मीनल मे फिबोनाची को चुन कर, हाई से लो या लो से हाई तक इसे ड्रा करेते है। इसमे हमे अलग अलग रिट्रेसमेंट (retracement) प्राप्त होते है जिससे की हम अन्दाजा लगा सकते है कि आगे ट्रेंड क्या होने वाला है।
फिबोनाची रीट्रेसमेंट स्तरों का उपयोग कैसे करे
इसका उपयोग इस प्रकार किया जा सकता है कि कोई भी शेयर खरीदने के पूर्व यह देखें कि उसका रिट्रेसमेंट (retracement) स्तर 61.8% 38.2% या 23.6% तक वापस नीचे आया है या नहीं। मान लीजिए यदि आपको कोई शेयर खरीदना है परंतु उसकी कीमत बहुत अधिक हो गई है तो आपको उसके रिट्रेसमेंट (retracement) के लिए इंतजार करना चाहिए अर्थात वह वापस नीचे आएगा।
जब आप उसे खरीदें फिबोनाची रिट्रेसमेंटस्तर को चार्ट पर पहचान कर ट्रेडर इन स्तरों पर में स्टॉक में प्रवेश करने के अवसर के लिए तैयार रह सकता है। लेकिन, याद रखें कि किसी भी दूसरे इंडिकेटर की तरह ही इसका इस्तेमाल भी पुष्टि के लिए ही करना चाहिए। मतलब ये कि चेकलिस्ट की बाकी शर्तों के पूरा होने के बाद ही मैं शेयर खरीदूंगा सिर्फ फिबोनाची रीट्रेसमेंट के आधार पर नहीं। दूसरे शब्दों में, स्टॉक तो खरीदने के लिए मेरा विश्वास अधिक होगा अगर:
- एक पहचानने योग्य कैंडलस्टिक पैटर्न का बन रहा है।
- स्टॉपलॉस और S&R स्तर मेल खा रहे हैं।
- वॉल्यूम औसत से ऊपर हैं।
ऊपर के बिदुओं के साथ साथ अगर स्टॉपलॉस भी फिबोनाची स्तर के साथ मेल खाता है, तो मुझे पता है कि ट्रेड सेटअप सभी शर्तो को पूरा कर रहा है और इससे मेरा भरोसा बढेगा और मैं खरीदने के लिए मजबूती से जाऊंगा। याद रखिए कि ट्रेंड और रिवर्सल का अध्ययन करते हुए हम जितने ज्यादा तरीकों से इनकी पुष्टि करते हैं, संकेत उतना ही भरोसेमंद होता है। शॉर्ट ट्रेड या लांग, दोनों के लिए।
निष्कर्ष
- श्रंखला मैं गणितीय गुण हैं जोकि प्रकृति में भी सामान्यता दिखाई देते हैं।
- स्टॉक मार्केट में इसकी सहायता से रिट्रेसमेंट स्तर का पता लगाया जाता है ।
- इसकी सहायता से निवेशक एक नए ट्रेंड को पहचान सकता है।
- निवेशक यदि सही समय पर रिट्रेसमेंट पहचान कर निर्णय लेकर निवेश करता है तो उसे काफी ज्यादा मुनाफा होता है।
- फिबोनाची रीट्रेसमेंट (Fibonacci Retracements) को अन्य दूसरे तकनीकी विश्लेषण के साथ में जोड़कर देखा जाना चाहिए ।
- भले ही, फाईबोनैचि चार्ट का एनालिसिस करने के लिए सबसे उपयोगी तरीकों में से एक है, लेकिन यह एक सटीक एंट्री पॉइंट के बजाय एस्टीमेटेड एरिया देता है׀
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