किसी भी कम्पनी मे निवेश करने के पहले आपको उस कंपनी का विश्लेषण करना बहुत जरुरी है जिससे कि निवेशक अपने निवेश संबंधि निर्णय ले सके । निवेश के विश्लेषण के लिये वार्षीक रिपोर्ट एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जिसमे कंपनी के साल भर का ब्योरा होता है और विभीन्न प्रकार के आंकडे होते है। जिससे निवेशक को विश्लेषण करने मे आसानी होती है। आइये जानते है वार्षिक रिपोर्ट क्या होती है और एक कंपनी की कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट कैसे पढ़ें.
वार्षिक रिपोर्ट (annual report) क्या है?
किसी कंपनी के सालभर का लेखा जोखा कंपनी वित्तीय वर्ष के अंत मे प्रकाशि करती है। जिसे वार्षिक रिपोर्ट कहा जाता है। इस रिपोर्ट मे दिया गया डाटा 31 मार्च तक का होता है। अधिकांश कम्पनीया अपनी वार्षिक रिपोर्ट जून के माह मे प्रकाशित करती है और अपने निवेशक के साथ अन्य लोगो को भेजती हे।
किसी भी कम्पनी की वार्षिक रिपोर्ट मे दी गई जानकारी कम्पनी की तरफ से दी जाती है जिसे अधिकारीक जानकारी माना जाता है और यदि किसी प्रकार की जानकारी मे गलती होती है तो कम्पनी इसके लिये जिम्मेदार होती है। निवेशक इसपर आपत्ती ले सकते है।
कंपनी की वार्षीक रिपोर्ट (annual report) कंहा मिलती है ?
किसी भी कंपनी की वार्षीक रिपोर्ट उसकी वेबसाईट पर उपलब्ध होती है जो की इन्वेस्टर वाले सेक्शन मे होती है। इसे यहां से डाउनलोड किया जा सकते है। इसके अलावा बहुत सी कम्पनीयां इसे पब्लिकेशन वाले सेक्टर या न्युज, अपडेट वाले सेक्शन मे भी देती है। वार्षीक रिपोर्ट पाने के लिये कंपनी से भी संपर्क किया जा सकता है ओर ईमेल के माध्यम से भी प्राप्त किया जा सकता है. किसी भी कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट screener से भी प्राप्त की जा सकती है।
वार्षिक रिपोर्ट (annual report) में क्या देखना चाहिए?
वार्षिक रिपोर्ट एक बहुत बडी किताब होती है जिसके हर पेज पर कुछ ना कुछ जानकारी होती है, कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट काफी सावधानी से पढना चाहीये। यदि आप एक अच्छे निवेशक है तो आप बेशक कंपनी की वार्षिक रिर्पोट को पुरी पढेगे। यदि आपके पास समय का अभाव हे और आप इस रिर्पोट को बहुत अच्छे ढंग से पढना चाहते है तो आप कुछ सामान्य जानकारी वाले पेज छोड सकते है। और महत्पूर्ण जानकारी वाले पेज को ध्यान से पढ कर सम्पूर्ण रिपोर्ट का एलालिसिस कर सकते है।
किसी कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट मे निम्न बाते देखना चाहीये
- वित्तीय आंकड़ों का सारांश
- मैनेजमेंट का वक्तव्य
- मैनेजमेंट की चर्चा और समीक्षा
- 10 साल की वित्तीय हाईलाइट
- कंपनी के बारे में जानकारी
- डायरेक्टर की रिपोर्ट
- कॉरपोरेट गवर्नेंस पर रिपोर्ट
- वित्तीय हिस्सा
कंपनी की वार्षीक रिपोर्ट (annual report) के मुख्य भाग
कंपनी की वार्षीक रिपोर्ट मे जिन बातो को देखना चाहीये उन्हे आपने जाना परंतु उन्हे किस तरह से देखा जाता है आइये जानते है.
Highlights
कंपनी अपने हाईलाईट मे वित्तीय आंकडो को दर्शाती है और ये आंकडे चार्ट, ग्राफ या सिंपल अंको मे दिखाई देते है। इसमे वित्तीय वर्ष की ग्रोथ, प्राफिट आदि दिखाया जाता है। यहां पहले के वर्षो का तुलनात्मक अध्ययन भी दिया जाता है.
मैनेजमेंट डिस्कशन एंड एनालिसिस
इस भाग मे कंपनी के मेनेजमेंट से जुडे लोग अपने विचार देते है। इसमे कम्पनी के चेयरमैन या सी ई ओ का संदेश भी होता है। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि मेनेजमेंट की व्यवसाय के प्रति क्या राय व आगामी उदेश्य है। यहां पर अधिक तार्कीक बाते ज्यादा मायने रखती है बजाय सामान्य बातो के।
पिछले 10 सालो का हाईलाईट
इस भाग मे पिछले 10 सालो का वित्तीय लेखा जोखा दिखाया जाता है। जिससे की एक निवेशक को पिछले वर्षो का तुलनात्मक अध्ययन करने मे आसानी होती है। इस प्रकार के डाटा से यह पता लागाया जा सकता है कि पिछले कुछ वर्षो मे कंपनी की स्थिती केसी रही है। यदि हर वर्ष पिछले वर्ष की तुलना कंपनी ने अच्छा परफार्म किया है तो यह एक अच्छी बात है.
कंपनी का ओवरव्यु
रिर्पोट के इस भाग मे कंपनी के बारे मे बताया जाता है। कंपनी क्या है, कंपनी किस क्षैत्र मे काम करती है। कंपनी के लक्ष्य क्या है। इस प्रकार की जानकारी यहां दी जाती है। इसमे कंपनी संबंधित आंकडे भी पेश करती है जिन्हे निवेशक को बडी सावधानी से पढना होता है। यहां कंपनी अपनी सब्सीडरी कंपनी के बारे मे बताती है।
Chairman and Managing Director’s Statement
कंपनी की वार्षीक रिर्पोट के इस हिस्से मे कंपनी के डायरेक्टर का स्टेटमेंट होता है। इसमे यह कंपनी की ग्रोथ प्लान, या आगामी घोषणओं के बारे मे बाताता है। इसमे सभी का आभार भी व्यक्त किया जाता है।
Corporate Governance Report
रिर्पोट के इस भाग मे कंपनी अपने कारपोरेट के संबंधि जानकारी देती है। इसमे यह भी उल्लेख होता है कि कंपनी के सबसे ज्यादा शेयर किसके पास है, यहां पर कंपनी अपने बडे निवेशक के बारे मे भी बताती है और कोन कोन से कार्पोरेट कंपनी के साथ मिलकर काम कर रहे है। यह भाग निवेशक को काफी बारीकी से पढना और समझना चाहीये.
वित्तीय स्टेटमेंट
कंपनी की वर्षिक रिपोर्ट मे यह हिस्सा बहुत महत्वपुर्ण होता है। जिस बारिकी से पढना चाहीये। इस भाग मे निम्न तीन हिस्से आते है.
- प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट (The profit and loss statement)
- बैलेंस शीट (The Balance Sheet)
- कैश फ्लो स्टेटमेंट (The Cash flow statement)
उक्त स्टेटमेंट के बारे मे अधिक विस्तृत जानने के लिये क्लिक करें और अधिक पढे।